मंगल
वीर साहसी और पराक्रमी धरती पुत्र मंगल को ग्रहों का सेनापति माना जाता है । वैदिक ज्योतिष की मानो तो किसी भी व्यक्ति में ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने के लिए मंगल दोष के प्रभाव को दूर करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। शनि की तरह मंगल ग्रह की अशुभता से खास तौर पर लोग डरते हैं। मंगल देवता की कृपा पाने और दोष को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करें...
ॐ अं अंगारकाय नम:।
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कांति समप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च भौममावाह्यम्।
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कांति समप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च भौममावाह्यम्।
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