वहमैं जिसको अपना मानता हूँ वो अपना दुश्मन क्यों बन जाता है?...

.
0

 वह मैं जिसको अपना मानता हूं वह अपना दुश्मन क्यों बन जाता है देखिए जी यह अक्सर संसार में जीवन में ऐसी बातें हो जाती है जिसको आप बहुत ज्यादा प्यार करते हो उस पर बहुत ज्यादा विश्वास करते हो वह इंसान धोखा दे जाए तो मन को बहुत ठेस पहुंचती है लेकिन आप अगर अच्छी हो आप दूसरों के लिए सोचते हो फिर कोई आपको धोखा दे जाता है तो आप यह मत समझिए कि आपका कोई नुकसान हो गया है उस समय तो हो जाता है मन को ठेस लग जाती है थोड़ा नुकसान भी हो जाता है ज्यादा भी हो जाता है लेकिन युद्ध का देने वाला है जिस पर आपने विश्वास किया है वह जीवन भर अपने नजरों में गिर जाता है क्यों उसको एक ना एक दिन जरूर एहसास होता है कि जिस व्यक्ति ने मेरे अच्छे के लिए मेरा काम किया है मैंने उसको धोखा दिया है मैंने उसका बात का मजाक उड़ाया है तो वह जिंदगी भर अपनी नजरों में गिर जाएगा और जिंदगी में कभी कामयाब नहीं होगा क्योंकि आपने उसको दिल से प्यार किया है और वह आपका दुश्मन बन जाता है इसमें आपका कोई दोस्त नहीं है आप उससे अपना आगे से सावधान रहिए और वह खुद ब खुद एक दिन एहसास होने के बाद आपके पास आएगा अगर उसमें सही मानवता है अगर उसमें मानवता नहीं है उसकी सोच सही नहीं है तो वह आपसे क्या हर एक व्यक्ति से ऐसा ही करेगा धोखा ही देगा और वह जीवन में कभी कामयाब नहीं होते अच्छे लोग ऐसे लोग तब पश्चात पश्चात आप उनको होता है जब किसी मुसीबत में गिर जाते हैं और उनका साथ देने वाला इस संसार में कोई नहीं रहता तभी उनको अकल आती है अन्यथा वह ऐसे ही जीवन भर रहते हैं नहीं सुधर सकते जब गुजरते हैं तब उनके साथ कोई नहीं होता वह अकेले रह जाते हैं और अकेले आदमी का क्या हाल होता है यह आप बखूबी जानते हो इसलिए आप अपना मनसा पर कि अपने मन से कार्य कीजिए अगर वह दुश्मनी करता है तो आप ईश्वर पर छोड़ दीजिए वह जरूर उसको उस बात का रिजल्ट देंगे धन्यवाद


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Post a Comment (0)
To Top